A. CBC (पूर्ण रक्त की गणना) –
CBC आपके रक्त में कई सारी अलग अलग कोशिकाओं की संख्या और उनके आकार को मापता है। CBC का उपयोग संक्रमण, एनीमिया, प्रतिरक्षा प्रणाली विकार और रक्त कैंसर में किया जाता है।
• CBC की सामान्य सीमाएं –
1. लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या
- पुरुषों में RBCs = “4.5 से 6.5 million/mm³” (45 से 65 लाख के बीच)
- महिलाओं में RBCs = “3.8 से 5.8 million/mm³” (38 से 58 लाख के बीच)
2. हीमोग्लोबिन
- पुरुषों में “13 से 18 ग्राम/100ml”
- महिलाओं में “11.5 से 16.5 ग्राम/100ml”
3. हेमेटोक्रिट (PCV – Packed cell volume)
- 0.40 से 0.55 L/L (40 से 55%)
4. MCV – 80 से 96 fL
5. MCH – 27 से 32 pg/cell
6. MCHC – 31 से 35 gram/100ml RBCs
7. श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या
- 4500 से 11000 कोशिकाएं/mm³
8. प्लेटलेट कोशिकाओं की संख्या
- 200000 से 350000/mm³
• श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या (विस्तार से) –
- न्यूट्रोफिल्स (40 से 75% के बीच)
- ईओसीनोफिल्स (1 से 6% के बीच)
- बेसोफिल्स (1% से कम)
- मोनोसाइट्स (2 से 10% के बीच)
- लिम्फोसाइट्स (20 से 50% के बीच)
B. इलेक्ट्रोलाइट पैनल (Electrolyte panel) –
इलेक्ट्रोलाइट्स एक प्रकार के खनिज प्रदार्थ होते हैं जो हमारे रक्त, मूत्र, ऊतकों और शरीर के अन्य तरल पदार्थों में पाए जाते हैं।
• उपयोग – इलेक्ट्रोलाइट, द्रव या PH असंतुलन की जांच करने में।
• इलेक्ट्रोलाइट्स की सामान्य सीमाएं –
- सोडियम (Na+) – 135 से 145 mEq/L
- पोटेशियम (K+) – 3.5 से 5.0 mEq/L
- क्लोराइड (Cl-) – 98 से 107 mEq/L
- बाई कार्बोनेट (HCO3-) – 22 से 26 mEq/L
- कैल्शियम (Ca2+) – 8.5 से 10.5 mg/dL
- फॉस्फेट – 2.5 से 4.5 mg/dL
- मैग्नीशियम (Mg2+) – 1.8 से 3.0 mg/dL
C. लीवर फंक्शन परीक्षण (Liver function test) –
यह एक प्रकार का रक्त परीक्षण होता है जिसमें लीवर द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रदार्थों को मापा जाता है।
• LFT की सामान्य सीमाएं –
- एलानिन ट्रांसएमिनेंस (ALT) – 7 से 55 यूनिट/लीटर
- एस्पार्टेट ट्रांसएमिनेंस (AST) – 8 से 48 U/L
- अल्कलाइन फास्फेट (ALP) – 41 से 129 U/L
- एल्बुमिन – 3.5 से 5.0 ग्राम/dL
- कुल प्रोटीन – 6.3 से 7.9 ग्राम/dL
- बिलिरुबिन – 0.1 से 1.2 mg/dL
- संयुग्मित बिलीरुबिन (Direct वाला) – 0.01 से 0.19 mg/dL के बीच में होता है
- असंयुग्मित बिलीरुबिन (Indirect वाला) – 0.19 से 0.66 mg/dL के बीच में होता है
- गामा ग्लूटामिल ट्रांसफेरेज (GGT) – 9 से 61 U/L के बीच में
- L लेक्टेट डिहाइड्रोजनेज (LD) – 123 से 222 U/L
- प्रोथ्रोम्बिन समय (PT) – 9.49 से 12.49 सेकंड के अंदर
- अंतर्राष्ट्रीय सामान्यीकृत अनुपात (INR) – 0.8 से 1.1
- अल्फा भ्रूण प्रोटीन (AFP) – 10 ng/ml के आसपास।
D. लिपिड प्रोफाइल परीक्षण (Lipid profile test) –
यह एक प्रकार का रक्त परीक्षण है जो रक्त में लिपिड की मात्रा को नापता है।
• LPT की सामान्य सीमाएं –
- कुल कोलेस्ट्रॉल – 200 mg/dL से कम
- HDL कोलेस्ट्रॉल – 60 mg/dL
- LDL कोलेस्ट्रॉल – 60 से 130 mg/dL
- ट्राइग्लिसराइड – 150 mg/dL से कम।
E. मूत्र विश्लेषण (यूरिनलिसिस/Urine tests) –
मूत्र विश्लेषण से मूत्र की बनावट को देखा जाता है और इसके साथ साथ मूत्र में रक्त कोशिकाओं, प्रोटीन और अन्य प्रदार्थों की भी जांच करती हैं।
• उपयोग – मूत्र पथ का संक्रमण, गुर्दे की समस्या और मधुमेह की जांच में किया जाता है।
• मूत्र की सामान्य सीमाएं –
- रंग – पीला
- स्वरूप – साफ या बादल छाए हुए
- बिलिरुबिन – नहीं
- शर्करा – नहीं
- हीमोग्लोबिन/रक्त – नहीं
- कीटोन्स – नहीं
- प्रोटीन – नहीं
- नाइट्राइट – नहीं
- ग्लूकोज – 130 mg/dL या उससे कम
- PH – 5.0 से 8.0
- मूत्र विशिष्ट गुरुत्व – 1.005 से 1.030
- जीवाणु – नहीं
- Casts – 0/LPF (Low powered field)
- RBC – 0 से 3/HPF (High powered field)
- WBC – 0 से 5/HPF
- यीस्ट – नहीं।
F. किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) –
KFT एक प्रकार का मूत्र और रक्त परीक्षण होता है जो मूल्यांकन करता है कि आपकी किडनी अच्छे से काम कर रही है या नहीं।
• प्रकार –
1. रक्त परीक्षण –
- ब्लड यूरिया नाइट्रोजन (BUN) – 7 से 24 mg/dL के आसपास
- क्रिएटिनिन – 0.6 से 1.2 mg/dL
- eGFR – 90 से 125 ml/min या उससे अधिक
2. मूत्र परीक्षण –
- माइक्रोएल्ब्यूमिन्यूरिया, मूत्र विश्लेषण।
G. थायरॉइड परीक्षण (थायरॉइड पैनल) –
थायरॉइड परीक्षण जांचता है कि आपकी थायरॉइड ग्रंथि अच्छे से काम कर रही है या नहीं।
• थायरॉइड की सामान्य सीमाएं –
- T3 (Triiodothyronine) – 80 से 220 ng/dL
- T4 (Thyroxine) – 5.0 से 12.0 ug/dL
H. रक्त ग्लूकोज परीक्षण –
यह परीक्षण हमारे रक्त में ग्लूकोज के स्तर को मापता है।
• प्रकार –
1. HbA1C –
- 5.7% से कम (सामान्य)
- 5.7% से 6.4% के बीच (प्रीडायबीटीज)
- 6.5% या उससे अधिक (डायबीटिज/मधुमेह)।
2. FBS (Fasting blood sugar) –
- 70 से 100 mg/dL के बीच में (सामान्य)।
3. RBS (Random blood sugar) –
- 125 mg/dL और उससे कम (सामान्य)।
4. PP (पोस्टप्रेंडियल ग्लूकोज) –
- 140 mg/dL से कम (सामान्य)।
I. ABG (Arterial blood gases/धमनी रक्त गैस/Oxygen saturation test) –
ABG परीक्षण एक प्रकार का रक्त परीक्षण है जिसमें शरीर की धमनी से एक नमूना लिया जाता है और उससे रक्त में ऑक्सीजन और कार्बन डाइ ऑक्साइड के स्तर को मापा जाता है। यह रक्त में अमलता (Acidity) स्तर की भी जांच करता है।
• ABG की सामान्य सीमाएं –
- PH – 7.35 से 7.45 के बीच
- PaO2 – 76 से 100 mmHg
- PaCO2 – 36 से 45 mmHg
- HCO3 (Bicarbonate) – 22 से 26 mEq/L
- Oxygen saturation – 96 से 100% के बीच में होता है।
J. हृदय बायोमार्कर (Cardiac biomarkers) –
हृदय को ऑक्सीजन आपूर्ति कम होने पर हृदय में क्षति होती है जिससे रक्त में कार्डियक एंजाइम नामक प्रदार्थ स्रावित होते है। हृदय बायोमार्कर परीक्षण इन्ही एंजाइमों की मात्रा को जांचने का काम करता है।
• हृदय बायोमार्कर की सामान्य सीमाएं –
- CK (Creatinine Kinase)
- CK – MB – 4 से 27 IU/L के बीच में (सामान्य)
- कार्डियक Troponin T – 0.03 ng/ml के अंदर होना (सामान्य)
- Troponin I – 0 से 0.04 ng/ml (सामान्य)
- Myoglobin – 72 ng/ml से कम (सामान्य)।
K. CSF (सेरेब्रो स्पाइनल फ्लूड) परीक्षण –
CSF परीक्षण का उपयोग मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के चारों ओर मौजूद द्रव को जांचने में किया जाता है।
• CSF की सामान्य सीमाएं –
- दबाव – 71 से 179 mmH2O के बीच में
- स्वरूप – साफ, रंगहीन होता है
- कुल प्रोटीन – 15 से 59 mg/100ml पर
- ग्लूकोज – 50 से 80 mg/100ml के बीच में
- कोशिका गणना – 0 से 5 WBCs और 0 RBCs।
• Bonus points –
Vital signs (जीवन के संकेत)
Vital signs शरीर के बुनियादी कार्यों को मापने का कार्य करता है। इसमें शरीर का तापमान, रक्त चाप, नाड़ी और श्वसन दर को शामिल किया जाता है।
• Vital signs की सामान्य सीमाएं –
- तापमान – 98.6 °F / 37 °C
- रक्त चाप – 120/80 mmHg
- नाड़ी – 72 धड़कन/मिनट
- श्वसन दर – 16 श्वास/मिनट।
नाड़ी दाब (Pulse pressure) –
सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दबाव के बीच का अंतर।(SBP – DBP = Pulse pressure)”120 – 80 = 40 mmHg”
Mean arterial pressure (औसत धमनी दबाव) –
- MAP = DBP+⅓(SBP – DBP) या
- MAP = DBP+⅓(PP) “PP – Pulse pressure”
इंजेक्शन के प्रकार –
- इंट्राडर्मल इंजेक्शन – डर्मिस में लगाया जाता है (15° के angle पर)
- सबक्यूटेनियस इंजेक्शन – सबक्यूटेनियस ऊतक में लगाया जाता है (45° के angle पर औसत व्यक्ति में और मोटे व्यक्ति में 90° के angle पर)
- इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन – मांसपेशियों में लगाया जाता है (90° के angle पर)
- इंट्रावीनस इंजेक्शन (अंतः शिरा) – शिरा (Vein) में लगाया जाता है (25° के angle पर)
- इंट्रास्पाइनल इंजेक्शन (अंतः मेरु) – रीढ़ की हड्डी की गुहा में लगाया जाता है।
- HIV
- Respiratory diseases
- जिगर से जुड़ी बीमारियां (Liver Diseases)
- टीबी
- ब्लड टेस्ट जानकारी (Blood test information)
- मधुमेह (डायबिटीज)
- संक्रमण रोग (Infectious diseases)
- हाई बीपी
- हार्मोन से जुड़ी जानकारी (Hormone information)
- हार्मोनल रोग
- हृदय रोग (Heart diseases)
- हेपेटाइटिस B